Sunday, March 28, 2010

भगवान से हारा इंसान.............


मैंने अक्सर देखा है की ज्यादातर लोग अपनी जिन्दगी से खफा हो जाते है और अपनी जिन्दगी में कामयाब नही हो पाते पर हर बार ईशवर को कोसना शुरू कर देते है अपनी कामयाबी के पीछे अपनी किस्मत को कोसते है या ईशवर को जिन्होंने उन्हें जिन्दगी दी है | अपनी नाकामयाबी को छुपाने के लिये दुसरो का कसूर निकालते है और सब को बोलते है की आपने कभी भी ईशवर को देखा है क्या? वो बोलते है ईशवर जो कभी था ही नही आप उस पर क्यों विश्वास करते है | अगर उनके सामने कोई भगवान को याद करता है ओर उनका सिमरन करता है तो उनका मजाक उडाना शुरू कर देते है अगर आप ने आपने आस - पास ऐसे लोग देखे हो तो थोडा ध्यान से अब दोबारा देखना की यह उपर से तो इस प्रकार कर पहनावा पहने नजर आयेंगे जेसे की यह बहुत खुश है पर अगर इन्हें ध्यान से देखा जाये तो यह सबसे बुरे हाल में होते है जिस ईशवर ने इन्हें जन्म दिया है उनका ही मजाक उड़ा रहे है जो लोग प्रभु का सिमरन ओर शब्द कर रहे होते है उनकी खिली उड़ानी शुरू कर देते है ऐसे ही एक शक्स को मै जनता हूँ | जो अक्सर भगवान और गुरुओ का नाम जपने वाले लोगो का मजाक उडाया करता था और उनके गुरुओ के शब्दों का मजाक उडाता था पर भगवान ने उसे असी मात दी की उसकी सबसे प्यारी चीज ही उससे छीन ली और उसे बेसहारा कर दिया मै उसे कई दिनों के बाद मिला तो मुझे वह पहले जेसा नजर ही नही आया वह पूरी तरह से बदल चूका था खुद भगवान को याद कर रहा था माता की जोत रोजाना जगा रहा था और भगवान को याद कर उससे माफ़ी मांग रहा था पर भगवान अब उसके आँखों का तारा वापिस नही कर सकता

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