Sunday, March 28, 2010

दुनिया को गुमराह करते संत बाबा....................


बचा तेरा भला होगा .........तू भूखे साधू को भोजन करवा ......तेरी आंखे बता रही है की तेरी जिन्दगी में बहुत परेशानिया है ..........तू सचा ओर भला इन्सान है पर फिर भी लोग तूझे बुरा समझते है तूझे पेसो की कमी है आने वाले दिनों में तुम्हे गाड़ी मिलेगी तुने भूखे बाबा को रोटी खिलाई है अक्सर अपने आस पडोस या खुद अपने घरो में संत बाबा आते देखे होंगे जो पहले तो आपको रोटी खिलने की बात करेंगे ओर बाद में धीरे आपको अपनी बातो के जाल में फसा लेंगे खास कर अगर किसी महिला से बात कर रहे होंगे तो बोलेंगे की तेरा घर वाला तूझे पुरे पेसे नही देता तेरा बेटा तेरा कहना नही मानता वह पढाई में कमजोर है बाबा तुझसे कुछ नही मांगेगा सिर्फ तू भूखे बाबा को खाना खिला दे जब एक बार खाना खिलने बेठो तो यह बाबा बहुत जल्द ही घर का माहोल जान कर ठग लेते है ओर खाना खिलने वाला सोचता ही रह जाता है की उनके साथक्या हुआ है ऐसा ही वाक्य देखने को मिला हमारे मोहले की सुनीता के साथ उन्होंने पहले तो भूखे बाबा को खाना खिलाया बाद में संत बाबा जी बोले बेटा तेरे घर में हमेशा क्लेश रहता है तूझे पेसो की कमी है तुने आज संत बाबा को खाना खिलाया है तेरे दुःख जल्द ही कम हो जायेंगे ऐसा कर घर से चावल के दाने लेकर आ भोली - भाली सुनीता अंदर से चावल के दाने लेकर आये तो बाबा ने रुमाल में रख कर फूंक मरी तो चावल के दाने कितने सारे हो गये फिर बाबा बोले यह तेरे गहने पुराने लगते है बाबा के रुमाल में रख नये हो जायेगे ओर परमात्मा तेरी मनोकामना पूरी करेगा सुनीता ने अपने गहने रखे बाबा जी ने रुमाल में रखे फूंक मारी ओर गहने नये होंगे बाबा वहा से चलेंगे बाद में देखा गहने तो बदले गये ओर नकली गहने उनके हाथ में आ गये उसे तो लगा की वह सपना देख रही है ओर सुनीता को बाबा का आशीर्वाद मिला उनके पति सोहन लाल अंकल से और घर में क्लेश बड गया

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