Thursday, February 18, 2010

जिन्दगी जीने के दो ही तरीके है .....................

अगर जिन्दगी जिनी है तो ............मै तो यही कहूँगा की इसे दो ही ढंग से जियो जैसे की( "3 idiots) फिल्म में भी दिखाया गया है की या तो भेद चाल चलो जो की सभी लोग चलते है ,दुसरो के बनाये हुए रास्ते में चलो और भीड़ में ही गुम हो जयो या फिर अपना अलग रास्ता बनाओ | मै कोई फ़िल्मी डालोग नही मार रहा बस इतना कहने की कोशिश कर रहा हूँ की अपने मन की सुन कर सिर्फ वही करो जो दिल कह रहा है क्यंकि जब भी आप अपनी अलग पहचान बनाना चाहोगे तो अक्सर होता यही है की जब आप लकीर से हट कर काम करते हो तो हर कोई आप पर हसता है और सभी के सामने आपका मजाक बनता है पर एक बार आप इन चुनोतियों को पार कर गए तो यही लोग आपको सलाम करेंगे और हर किसी को कहेंगे की कभी यह हमारे साथ होता था और दूसरी तरफ अगर आपने लोगो की बातो की प्रवाह कर अपना लक्ष्य छोड़ दिया तो फिर आप कभी भी अपनी मंजिल तक नही पहुंच पाओगे और एक भीड़ में किसी आम इंसान की तरह बन कर रह जाओगे आपने अक्सर देखा होगा की जब नया आदमी कुछ काम करने की कोशिश करता है तो वह गलत ही करता है जिसे देख सभी कई बार हस्ते भी है अगर वो लोगो के डर से काम छोड़ दे तो वह उस काम को कभी कर नही पायेगा एक बार वह उस काम को सीख गया तो वही हसने वाले लोग ही उसे सीखाने को बोलेंगे |

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