Saturday, March 6, 2010

पत्रकारिता पर उठता विशवास................

पत्रकारिता पर उठता विशवास................
पुराने समय में पत्रकार बनने के लिये हर प्रकार की जानकारी का होना अवश्य था पत्रकार अपनी कलम को ही अपनी तलवार समझता था वह हर विषय को जानने के लिए उत्सुक रहता था और लिखते समय यह ख्याल रखता था की वह जिस भी विषय के बारे में लिख रहा है उसके बारे में पहले उसे पूरी जानकारी हो | पर आज समय की यह मांग ने सब कुछ बदल दिया है इलेक्ट्रोनिक मीडिया के आने से पत्रकारिता का स्तर निचे गिरा है और मैंने देखा है की शहर में ७० प्रतिशत लोग इलेक्ट्रोनिक मीडिया के पत्रकार बने हुए है जिन्हें पत्रकारिता का बारे में कुछ ज्ञान भी नही है उन्हें सिर्फ थोडा बहुत कैमरा चलाना आता हो और अपने दोस्तों से स्क्रिप्ट लिखवा कर अपना और अपने चैनल का गुजरा कर रहे है क्योकि उन दूर बेठे चेनल वालो को भी पूरी सुचना से कोई मतलब नही है उन्हें सिर्फ समाचार ही चाहिए | समाचार को तो वो सिर्फ मसाला लगा कर लोगो के सामने परोस देते है तथा अपने ही ढंग से उस खबर को मोड़ देते है उन्हें सच से कोई मतलब तो है ही नही जिससे पत्रकारिता पर लोगो का विशवास उठता दिखाई दे रहा है |

1 comment:

  1. pankaj main aapko bata du ki elec. media ki chhavi dhumil karne ke liye yeh kathit log utne doshi nahi jitne ki inke channel ke bureau.bagair kissi jaanch padtaal ya anubhavheen reporter rakhne se yeh hi hoga.

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